नीतीश कुमार के नेतृत्व पर बिहार NDA में छिड़ा बहस

बिहार राजनीति
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बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इस चुनाव से पहले राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने सीएम नीतीश कुमार को महागठबंधन में आने का ऑफर दिया है. उन्होंने कहा है कि राजनीति में कुछ भी संभव है. राजनीति में कोई हमेशा के लिए न तो दोस्त होता है और न ही दुश्मन. राजनीति परिस्थिति का खेल है. अगर नीतीश कुमार साथ आते हैं तो उनका स्वागत करेंगे. राजद विधायक के इस बयान से अब सियासत और गरमा सकती है. क्योंकि राजद विधायक भाई वीरेंद्र का बयान ऐसे समय में आया है, जब एक दिन पहले यानि बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की 100वीं जयंती पर बीजेपी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा था कि अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि तब ही होगी जब बिहार में बीजेपी का अपना मुख्यमंत्री होगा. हालांकि बाद में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा अपने बयान से पलट भी गए. उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि बिहार में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी और जीत हासिल करेगी.
सीएम नीतीश कुमार ने बेतिया से पिछले सोमवार को जब अपनी प्रगति यात्रा आरंभ की थी, तब भाजपा या एनडीए घटक दल से आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिनिधि शमिल नहीं था. लेकिन, राजद विधायक के बयान के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी गुरुवार को शामिल हो गए. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के प्रगति यात्रा में शामिल होने के राजनीतिक मायने समझे जा रहे हैं. क्योंकि जदयू नेता व जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी बेतिया और मोतिहारी दोनों जगहों पर थे. तब यह कहा था कि पूर्व में भी मुख्यमंत्री अपनी यात्रा में अकेले ही रहे हैं.
हाल में जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मीडिया हाउस के एक कार्यक्रम में यह कहा था कि बिहार में अगले वर्ष होने वाला विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा यह भाजपा और जदयू मिलकर तय करेगा. जदयू को इस बात पर हैरानी हुई, क्योंकि मुख्यमंत्री आवास में हुई एनडीए की बैठक में यह तय हो गया था कि विधानसभा का अगला चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. नीतीश कुमार के नेतृत्व की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने बिहार के कार्यक्रम में की है. अमित शाह के बयान के बाद एनडीए में कई तरह की चर्चा शुरू हो गयी.
पटना में आयोजित बिजनेस कनेक्ट कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नहीं गए. कहा गया कि वह अस्वस्थ हैं. इस कार्यक्रम के कर्ता धर्ता बीजेपी के नेता थे. लेकिन इस आयोजन के दो दिन बाद ही मुख्यमंत्री प्रगति यात्रा पर निकल गए. ऐसे में राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा शुरू हो गयी कि लगता है कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. हालांकि भाजपा ने तुरंत स्थिति संभाली और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार के काम की जबरदस्त तारीफ करते हुए उन्हें ‘भारत रत्न’ दिए जाने की बात कही. इसके अगले ही दिन मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शामिल हो गए.

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