बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं पीटी परीक्षा में कथित गड़बड़ी के चलते इसे रद्द करने और री-एग्जाम की मांग को लेकर हंगामा जारी है। सीएम नीतीश दिल्ली से पटना लौट गए हैं। इससे पहले बीपीएससी अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज (सोमवार को) बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात कर अपनी मांगें रखीं। शाम में पप्पू यादव भी मुख्य सचिव से मिले। मुख्य सचिव ने इन मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। इस बीच जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। पटना में बीपीएससी छात्रों के आंदोलन के समर्थन में आज बिहार में कई जगहों पर चक्का जाम किया गया। आइसा के चक्का जाम का माले ने समर्थन भी किया है। पटना के अलावा दरभंगा, अरवल, आरा समेत कई जगहों पर चक्का जाम हुआ।राज्यपाल ने बीपीएससी के चेयरमैन रवि मनु भाई परमार को तलब कर मामले की जानकारी ली। सांसद पप्पू यादव ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर इस मामले पर बात की। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने का समय मांगेंगे और बीपीएससी अभ्यर्थियों की समस्या के निराकरण की मांग करेंगे। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए, पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।इससे पहले रविवार को छात्रों के इस आंदोलन में जमकर बवाल हुआ था। पुलिस ने इस दौरान कई छात्रों पर लाठियां भांजी थी और उन्हें जेपी गोलंबर से खदेड़ा था। छात्रों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया गया था। छात्रों के इस प्रदर्शन में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी पहुंचे थे। पीके ने छात्रों के साथ मार्च निकाला था। हालांकि, जेपी गोलंबर से प्रशांत किशोर चले गए थे और फिर छात्रों को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था और उनपर लाठियां चलाई थी। पुलिस ने प्रशांत किशोर समेत 21 लोगों पर नामजद और करीब 600 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज किया था।
बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता सुमन कुमार मल्लिक ने आरोप लगाया है कि नीतीश सरकार में बेरोजगार छात्र-युवाओं के साथ रोजगार न देकर लाठी-डंडों से उनका दमन किया जा रहा हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि बिहार में रोजगार की तलाश कर रहे युवा बेरोजगार रूटीन वर्क की तरह लाठी के शिकार हो रहे हैं। दुर्भाग्य है कि लोकनायक जेपी के छात्र आंदोलन की उपज नीतीश सरकार में बेरोजगार छात्र-युवाओं के साथ रोजगार न देकर लाठी-डंडों से उनका दमन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली से पटना लौट गए हैं। पटना लौटने के बाद उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी। वे एयरपोर्ट से सीधे अपने आवास के लिए रवाना हो गए। बीपीएससी अभ्यर्थियों ने आज मु्ख्य सचिव से मिलकर सीएम नीतीश से मुलाकात की मांग की थी। मुख्यमंत्री बीपीएससी परीक्षा के मुद्दे की बैठक कर सकते हैं।
सुपौल जिले के राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के गणपतगंज बाजार में सोमवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज एवं पानी कैनन से प्रहार करने के खिलाफ राजद कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं सीएम नीतीश कुमार पुतला दहन कर अपना आक्रोश जाहिर किया। राजद महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव कुमारी मधु यादव ने बताया कि बिहार सरकार छात्रों के आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। बीपीएससी की परीक्षा को रद्द करने की मांग जायज है। इसके बावजूद छात्रों पर लाठीचार्ज और पानी डालना बेहद खेदजनक है। बिहार सरकार को तत्काल छात्रों की मांग पूरी करते हुए बीपीएससी की परीक्षा रद्द करना चाहिए।
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात की है। मीणा ने यह भरोसा दिलाया है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों पर कोई केस नहीं होगा। पप्पू यादव ने कहा कि उन्होंने सभी सेंटरों के सीसीटीवी फुटेज चेक होने चाहिए। कौन बच्चे कितने बजे प्रवेश किए हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। बीपीएससी परीक्षा रद्द करके गड़बड़ी की जांच की जाए। उन्होंने ये सभी मांगें मुख्य सचिव के सामने रखीं।
पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात की है। उनके साथ कुछ बीपीएससी अभ्यर्थी भी मौजूद रहे। सांसद ने कहा कि हमारी पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग है। छात्रों ने मुख्य सचिव को तथ्यों के साथ परीक्षा में गड़बड़ी की जानकारी दी है। मीणा ने इस बारे में ठोस कार्रवाई का भरोसा दिया है। इससे पहले पप्पू यादव ने राज्यपाल से भी मुलाकात की थी। वहीं, मुख्य सचिव दोपहर में 11 बीपीएससी अभ्यर्थियों के शिष्टमंडल से भी मुलाकात कर कार्रवाई का आश्वासन दे चुके हैं।