बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नीतीश कुमार को लेकर सियासी अटकलों का बाजार गरम है. इस बीच उन्होंने खुद NDA से बाहर निकलने की अफवाहों पर अपना रुख साफ किया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार (06 जनवरी) को NDA छोड़ने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि बीजेपी के साथ उनके रिश्ते बहुत पुराने हैं.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जेडीयू सुप्रीमो ने आरजेडी-कांग्रेस के साथ दो बार अल्पकालिक गठबंधन को अपनी गलती बताया. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से हमेशा मिले समर्थन को याद किया. वैशाली जिले में ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, ”यह आदरणीय अटल जी ही थे जिन्होंने मुझे केंद्रीय मंत्री बनाया. वह मुझ पर बहुत स्नेह बरसाते थे. मुझे अपने प्रस्तावों को मंजूरी दिलाने में कभी कोई कठिनाई नहीं हुई,”
मेरी पार्टी के लोगों ने कई बार गलती की- नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने याद करते हुए यह भी कहा, ”यह अटल बिहारी वाजपेयी की इच्छा थी जब एनडीए ने पहली बार 2005 में बिहार में विधानसभा चुनाव जीता तो मैं सीएम बन गया. तो, मैं (बीजेपी के साथ) क्यों नहीं रहूंगा? कई बार मेरी पार्टी के लोगों ने कांग्रेस-आरजेडी के साथ गठबंधन के लिए दबाव डालकर गलती की. मैंने इसे दोनों बार ठीक किया.” नीतीश कुमार राजनीतिक हलकों में अटकलों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे.
लालू प्रसाद यादव के बयान के बाद तेज हुईं अटकलें
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने हाल ही में कहा था कि वह नीतीश कुमार के लिए अपने दरवाजे खुले रख रहे हैं. लालू प्रसाद यादव के बयान के बाद सियासी अटकलें तेज हो गईं. कई नेताओं ने दावा किया था कि मकर संक्राति के बाद बिहार में ‘खेला’ होगा.
वैशाली में करोड़ों की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को जिले की अपनी यात्रा के दौरान वैशाली में 276.80 करोड़ रुपये की 344 विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. उन्होंने जिले में राज्य सरकार की चल रही विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की.
मुख्यमंत्री को बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, नल जल सहित चल रही कई योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई. सीएम ने चार नए बिजली सबस्टेशनों की भी घोषणा की, जो जिले के चार ब्लॉकों में खोले जाएंगे.