प्रगति यात्रा पर बिहार के मुखिया नीतीश कुमार चल रहे हैं, जिसके कारण में वह आज यानी सात जनवरी (मंगलवार) को सीवान पहुंचे, जिसको लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। साथ-साथ ट्रैफिक रूट में भी बदलाव कर दिया गया है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री के द्वारा सीवान को 108 करोड़ 50 लाख रुपये की योजनाओं की सौगात दी गई है, जिसमें कुल 122 योजनाएं शामिल हैं।वहीं, 122 योजनाओं का उद्घाटन किया गया है, जिसकी राशि 83 करोड़ 47 लाख रुपये है।पांच योजनाओं का शिलान्यास हुआ है, जिसमें 25 करोड़ 36 लाख 27 हजार रुपये की है। वहीं, कुल घोषणा 569 करोड़ रुपये की राशि की योजना का किया गया है, जिसमें जिले में जाम की समस्या के समाधान के लिए एनएच-227 से एनएच-531 के बीच सीवान बाइपास का निर्माण किया जाएगा। वहीं, आंदर ढाला में जाम की गंभीर समस्या को देखते हुए आंदर ढाला से हुसैनगंज पथ का चौड़ीकरण किया जाएगा और मौनिया बाबा मेला महाराज को राजकीय मेला का दर्जा दिया जाएगा। यह 100 वर्ष पुराना मेला है। इससे यहां आने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।सिसवन ढाला में आरओबी का निर्माण किया जाएगा, बिजली व्यवस्था में सुधार हेतु मैरवा में ग्रिड सब-स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। सीवान में एक नये प्रेक्षागृह का निर्माण किया जाएगा। इससे विभिन्न बड़े कार्यक्रमों में सुविधा होगी।इसके साथ-साथ भंटापोखर-जीरादेई पथ भाया जामापुर बाजार का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जाएगा। इस पथ में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का जन्म स्थान को अच्छी सम्पर्कता मिलेगी, जिससे लोगों को यहां आने में सुविधा होगी। सीवान जिले में 55 किलोमीटर लंबे मांझी-दरौली-गुठनी पथ का 10 मीटर चौड़ीकरण किया जाएगा। वहीं, घाघरा नदी पर उत्तर प्रदेश की तरफ से बनाए गए दो पुलों को सीवान जिले से सम्पर्कता हेतु पहुंच पथों का निर्माण कराया जाएगा, जिसकी मांग काफी दिनों से उठ रही थी।पाठन के विषय में जानकारी ली। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करहनु, हुसैनगंज का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण कर ओपीडी कक्ष, टेली मेडीसिन आदि का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से हम लोग सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवा वितरण करा रहे हैं। वर्ष 2005 के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया गया है, ताकि लोगों को इलाज में असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से सीवान जिले के कई विकास योजनाओं से संबंधित शिलापट्ट का अनावरण कर उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। उत्क्रमित मध्य विद्यालय करहनु के प्रांगण में 8.74 लाख रुपये की लागत से मनरेगा अंतर्गत निर्मित सार्वजनिक खेल मैदान का मुख्यमंत्री ने फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया।मुख्यमंत्री ने लोक सेवा केंद्र एवं पंचायत सरकार भवन मचकना का निरीक्षण कर सरपंच न्यायालय, पुस्तकालय आदि का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने करहनु बाजार के प्रांगण में 7.18 लाख रुपये की लागत से निर्मित मनरेगा हाट का शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। इस अवसर पर जीविका दीदियों एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बासगीत पर्चा, सतत् जीविकोपार्जन योजना एवं परियोजना निधि अंतर्गत जीविका दीदियों को 51 करोड़ रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत ई-रिक्शा की चाबी, 19 जीविका दीदियों को 42 लाख 6 हजार 736 रुपये प्रोत्साहन राशि का सांकेतिक चेक, 29 हजार 663 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 3,51,506 जीविका दीदियों को बैंक लिकेंज द्वारा 101 करोड़ रुपये का सांकेतिक चेक, जीविका भवन की चाबी, मुख्यमंत्री चौर विकास योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना की चाबी, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना के तहत बैटरी चलित वाहन की चाबी, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, आयुष्मान वय वंदना कार्ड लाभुकों को प्रदान किया।प्रगति यात्रा के क्रम में आयोजित जीविका दीदियों के संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल हुए। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री से अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूह से हमारी जिंदगी में काफी बदलाव आया है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर हम लोग कई प्रकार के काम कर रहे हैं। इससे हमें अच्छी आमदनी हो रही है। इससे समाज में महिलाओं की काफी इज्जत बढ़ी है। कारोबार करने के लिए हमें बैंक लोन के अलावा परियोजना से भी आर्थिक मदद मिलती है। जीविका ने हमारा जीवन बदल दिया है। हम सभी महिलाएं आपके प्रति आभार प्रकट करते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम सांसद और केंद्र में मंत्री थे तो अनेक जगहों पर जाकर स्वयं सहायता समूह का काम देखते थे। वर्ष 2005 में जब हमारी सरकार बनी तो वर्ष 2006 में हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढाना शुरू किया। अब स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख महिलाएं जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को जीविका नाम हमने ही दिया। इससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने आजीविका नाम से योजना शुरू की। हम जहां भी जाते हैं जीविका दीदियों से बात करते हैं और उनकी समस्याओं से अवगत होते हैं। पहले महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती थीं। अब वे स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर काफी अच्छा काम कर रही हैं। जिससे उन्हें आमदनी भी हो रही है। वे अच्छे ढंग से लोगों से बात भी करने लगी हैं।मुख्यमंत्री ने सीवान जिला अंतर्गत जीरादेई प्रखंड के भैसाखाल में 520 आसन वाले नवनिर्मित राजकीय अतिपिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय के शैक्षणिक सह प्रशासनिक भवन का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन का निरीक्षण कर उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। इस आवासीय विद्यालय के प्रांगण में मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया।इस अवसर पर जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडे, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री सह सीवान जिले की प्रभारी मंत्री रेणु देवी, सांसद विजया लक्ष्मी देवी, विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, सारण प्रमंडल के आयुक्त गोपाल मीणा, पुलिस उप महानिरीक्षक सुरक्षा दीपक वर्णवाल, पुलिस उप महानिरीक्षक सारण प्रक्षेत्र नीलेश कुमार, जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता, पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।