संजय झा ने बताया कि यह यात्रा विशेष राज्य पैकेज के इस्तेमाल को लेकर है. उन्होंने कहा कि हमने विशेष राज्य का दर्जा मांगा था, लेकिन वह संभव नहीं हो सका. अब जो विशेष पैकेज मिल रहा है, उसका सही दिशा में और उचित तरीके से इस्तेमाल कैसे हो, यह देखने के लिए यह यात्रा की जा रही है. विपक्ष द्वारा नीतीश कुमार की यात्रा को ‘अलविदा यात्रा’ कहे जाने पर संजय झा ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन यह यात्रा बिहार के लोगों की भलाई के लिए है. जनता मालिक है और वह तय करती है कि किसे भेजना है और किसे नहीं. विपक्ष की बातों को महत्व देने से पहले यह देखना चाहिए कि वे खुद 20 साल से ‘अलविदा’ हो चुके हैं और इस बार भी उनकी कोई संभावना नहीं है.
जदयू को वोट न देने वालों के संदर्भ में पूर्व में दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि मैंने जो पहले कहा था, उसमें थोड़ा संशोधन करना चाहता हूं. मैंने कहा था कि जो लोग नीतीश कुमार को वोट नहीं देते हैं और सोचते हैं कि उन्होंने बिहार के लिए अच्छा काम किया है, तो मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि 2025 में एक बार नीतीश कुमार को वोट दे दें. उस समय आपकी आत्मा भी गवाही देगी कि आपने एक बार तो नीतीश कुमार को वोट दिया. तेजस्वी यादव द्वारा बीपीएससी छात्रों के साथ नाइंसाफी के आरोप लगाए जाने पर संजय झा ने कहा कि इस मुद्दे पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन हमारा ध्यान सिर्फ सही काम करने पर है. इस सरकार में जो कुछ भी होगा, वह सही और निष्पक्ष होगा. इस तरह, संजय झा ने नीतीश कुमार की यात्रा को बिहार के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया और विपक्ष की आलोचनाओं का दृढ़ता से जवाब दिया.
