बिहार नेताओं के दस बयान जिसपर मचा बवाल

बिहार राजनीति
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पटना: बिहार की सियासत के लिए 2024 काफी उथल-पुथल रहा। इसी साल फरवरी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए का दामन थाम लिया था। नीतीश के पाला बदलते ही विवादित बयानों का सिलसिला भी शुरू हो गया। कभी लालू खेमे से तो कभी नीतीश खेमे से। वहीं, बीजेपी से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बची हुई कोर कसर पूरी कर दी।
आइए आज हम आपको 2024 में बिहार के नेताओं द्वारा दिए गए 10 विवादित और चर्चित बयान के बारे में बताते हैं…
नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण पर दिया था बयान
दरअसल, विधानसभा में एक चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार में महिलाओं की साक्षरता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि लड़की अगर पढ़ी लिखी रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रण के बारे में खुद समझ जाएगी।
हालांकि, इसे समझाने के लिए सीएम नीतीश ने जो बयान दिया वह विवादित था। उन्होंने कहा कि ‘लड़की पढ़ लेगी अगर, तो जब शादी होगी, तब पुरुष रोज रात में करता है ना, उसी में और बच्चा पैदा हो जाता है, लड़की अगर पढ़ लेगी तो पति को रोकेगी और कहेगी उसको भीतर मत …, उसको …. कर दो। इसी से जनसंख्या नियंत्रण होगा।
नीतीश आंख सेंकने जा रहे: लालू यादव
हाल में नीतीश कुमार के बारे में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने भी विवादित बयान दिया था। दरअसल, उन्होंने नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा को लेकर प्रतिक्रिया दी थी। लालू ने कहा था ‘नीतीश कुमार आंख सेकने जा रहे हैं, जाने दीजिए। वे सिर्फ आंख सेंकने जा रहे हैं, पहले आंख सेकें अपनी, फिर सरकार बनाने की सोचेंगे’।
सम्राट चौधरी ने कहा था कि टिकट बेचने में लालू प्रसाद यादव ने अपनी बेटी को भी नहीं छोड़ा। पहले अपनी बेटी की किडनी ली और उसके बाद लोकसभा चुनाव का टिकट दे दिया। सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरने से पहले लालू यादव ने अपनी बेटी रोहिणी आचार्य की किडनी ले ली।
लालू गड़ेरिया के जन्में हुए हैं: जीतन राम मांझी
बता दें कि जीतन राम मांझी नेकुछ दिन पहले तेजस्वी यादव की डिग्री से लेकर लालू की जाति को लेकर आक्रामक हो गए थे। जीतन राम मांझी ने कहा था कि वो लोग पढ़े लिखे कहां हैं। मेरा बेटा तो पीएचडी है, नेट है और प्रोफेसर है। हम भी बीए ऑनर्स किए हैं। उनकी डिग्री क्या है वो बताएं?
दूसरी बात यह है कि अगर तेजस्वी हमको शर्मा कहते हैं तो वो अपने पिताजी के बारे में बताएं कि उनके पिताजी जी किसके जन्मे हुए हैं। गड़ेरिया के जन्मे हुए हैं। वो गड़ेरिया हैं यादव नहीं।’
नीतीश कुमार की कृपा से आनंद मोहन जेल से बाहर आए हैं: चिराग पासवान
वहीं चिराग पासवान ने आनंद मोहन (Anand Mohan) के बारे में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से आनंद मोहन जेल से बाहर आए हैं और मुख्यमंत्री की वजह से उनके परिवार के सदस्य राजनीति में हैं। चिराग ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही।
नीतीश कुमार थके हुए मुख्यमंत्री: तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार पूरी तरह से थक गए हैं और उन्हें रिटायर्ड अधिकारी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास कोई विजन नहीं है।
नीतीश कुमार की 4000 सीट वाले बयान ने बटोरी थी सुर्खियां
बीते दिनों नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मोदी के साथ रैली कर रहे थे। उन्होंने रैली में बीजेपी के ‘400 पार’ वाले नारे का जिक्र किया, लेकिन नंबर में गलती कर दी। उत्साहित नीतीश कुमार ने बोल दिया, इस बार 4000 पार सीटें आएंगी। उनके बयान के बाद विपक्ष ने नीतीश को खूब घेरा।
आरजेडी असुरों की पार्टी: विजय कुमार सिन्हा
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आरजेडी पर हमला करते हुए असुरों की पार्टी बता दिया था। उन्होंने कहा था कि आरजेडी की एक संस्कृति है जो अराजकता, भय और समाज के अंदर उन्माद पैदा करती है। विजय कुमार सिन्हा ने कहा था कि इनके गमछा और मुरेठा को देखते ही लोग इनकी पहचान कर लेते हैं। पहले असुरों के सींग होते थे, दांत निकले होते थे तो पहचान में आते थे।
कम से कम एक बार बता तो देते, इस बार आपने तो कुछ कहा भी नहीं: तेजस्वी यादव
नीतीश कुमार के पलटी मारने के बाद विधानसभा के सत्र में तेजस्वी यादव ने कहा था कि कम से कम एक बार बता तो देते कि हम नही रहना चाहते, इस बार तो आपने कुछ कहा भी नही! बुलाके बोल देना चाहिए था, कोनो आपको हम कुछ कहते? अब बताइए हम आपको कुछ कहे हैं? कितना अच्छा हमलोग बातचीत करते थे, हर चीज करते थे। लेकिन अब चलिए ठीक है! अच्छे पल को तो हम जिंदगी भर याद करेंगे, संजो के रखेंगे।
लालू यादव ने अमित शाह के खिलाफ विवादित बयान दिया था
बाबा साहेब आंबेडकर के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अमित शाह को लेकर विवादित बयान दे दिया था। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री पागल तक कह दिया था। अमित शाह पागल हो गए हैं। उनके बयान को हमने सुना है, यह घृणा कार्य है। उन्हें फ़ौरन इस्तीफा दे देना चाहिए।

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