बिहार औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने गया में महत्वाकांक्षी इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (IMC) परियोजना को गति देने के लिए बिहार इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग सिटी गया लिमिटेड (BIMCGL) नामक विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) का गठन किया है। यह परियोजना राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई दिशा देने के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के हजारों अवसर सृजित करेगी।
जानकारी के मुताबिक, छह जनवरी 2025 को पंजीकृत BIMCGL, IMC गया परियोजना के त्वरित क्रियान्वयन को सुनिश्चित करेगा। यह SPV केंद्र और राज्य सरकार के प्रतिनिधित्व वाले छह सदस्यीय निदेशक मंडल द्वारा संचालित होगा। BIADA के प्रबंध निदेशक BIMCGL के CEO और MD होंगे। इससे पहले 12 नवंबर 2024 को पटना में आयोजित एक समारोह में BIADA और NICDC के बीच शेयरधारक समझौता (SHA) पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसी कार्यक्रम में NICDC और बिहार सरकार के उद्योग विभाग के बीच राज्य समर्थन समझौता (SSA) भी संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दी है। उनकी नीति का उद्देश्य अनुकूल कारोबारी माहौल बनाना, कौशल विकास को बढ़ावा देना और बुनियादी ढांचे का सशक्तिकरण करना है। इस दिशा में IMC गया परियोजना एक ऐतिहासिक पहल है, जो राज्य को औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगी।
मुख्य सचिव अमृत लाल मीना ने IMC परियोजना की सुचारू प्रगति के लिए विभिन्न विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित किया है। वहीं, बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने BIMCGL के गठन को तेजी से कार्यान्वयन की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।
केंद्रीय बजट 2024-25 और कैबिनेट से मंजूरी प्राप्त इस परियोजना से लगभग ₹16,000 करोड़ का निवेश आकर्षित होने और 1,09,000 नौकरियों के सृजन की संभावना है। यह बिहार के आर्थिक परिदृश्य में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। IMC परियोजना के लिए भूमि राज्य सरकार के पास उपलब्ध है और सभी आवश्यक अनुमतियां पहले ही हासिल की जा चुकी हैं। यह परियोजना बिहार को पूर्वी भारत में औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए तैयार है।
IMC गया परियोजना न केवल बिहार की औद्योगिक आकांक्षाओं को साकार करेगी बल्कि राज्य के युवाओं को कौशल और रोजगार के अवसर प्रदान कर उनकी प्रगति का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।